स्टाफ रिपोर्टर, नई दिल्ली, 21 मई।। अम्फान ने राज्य में जमकर तांडव मचाया है। अम्फान तूफान ने कोलकाता में भारी तबाही मचाई है। एयरपोर्ट में काफी छति हुई है। महानगर समेत आसपास का कई इलाका जलमग्न हो गया है। सैकड़ों पेड़ गिर गए हैं। राज्य में तूफान से करीब 10 से 12 लोगों की मौत की भी खबर है। अम्फान तूफान ने कोलकाता एयरपोर्ट को भी तबाह किया है। एयरपोर्ट का कई हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। हर ओर पानी भर गया है। रनवे पर भी पानी जम गया है।
गौरतलब हो कि अम्फान के खतरे को देखते हुए आज सुबह पांच बजे तक के लिए कोलकाता एयरपोर्ट पर सभी ऑपरेशन्स स्थगित कर दिए गए थें। जो अभी भी जारी है। इसके साथ ही कोरोना वायरस खतरे के चलते लागू लाॅकडाउन के दौरान विभिन्न जगहों पर फंसे भारतियों के लिए चलाई जाने वाली विशेष उड़ानों की लैंडिंग को रद्द कर दिया गया है।
गौरतलब हो कि बंगाल में समुद्र तट से टकराने के वक्त अम्फान तूफान की रफ्तार 180 किमी प्रति घंटे से ज्यादा हो गई थी। हालांकि कई घंटे बाद जब तूफान कोलकाता तक पहुंचा तो उसकी गति 133 किमी प्रति घंटे हो गई थी। यानी की इस दौरान 133 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थी।
अम्फान तूफान ने सबसे ज्यादा तबाही कोलकाता, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, मेदनीपुर और हावड़ा में मचाई है। बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ‘अम्फान’ से भारी नुकसान हुआ है। लेकिन अभी आर्थिक नुकसान का अंदाजा लगाना मुश्किल है। राज्य में कहां क्या नुकसान हुआ है इसकी पूर्ण जानकारी प्राप्त करने में दो से तीन दिन का समय लग सकता है। उन्होंने कहा कि इस कठिन परिस्थिति में साधारण लोगों को लेकर हम मुकाबला कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय नवान्न से कहा कि दीघा को लेकर हमने जितना सोचा था ‘अम्फान’ से तबाही उतनी नहीं हुई है। प्रशासन ने पहले से व्यवस्था कर रखा था। जिसकी वजह से बड़ी मुशीबत से बचा गया है। पांच लाख लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने के कारण अधिक समस्या नहीं हुई।
इसके साथ ही सीएम ममता ने कहा कि उत्तर और दक्षिण 24 परगना पूरी तरह तहस-नहस हो गया है। कई जगह लोगों की पेड़ गिरने से मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि वह खुद राज्य सचिवालन नवान्न में अपने कमरे में नहीं जा सकीं। सचिवालय की पूरी इमारत क्षतिग्रस्त हुई है।