स्टाफ रिपोर्टर, अगरतला, 14 अगस्त।। स्कूल शिक्षा विभाग की पहल पर शुक्रवार को महारानी तुलसीबाती बालिका उच्च विद्यालय में 94 वीं राज्य आधारित सुकांत जनमजयंती मनाई गई। शिक्षा मंत्री रतन लाल नाथ ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने कहा कि कोरोना के डर से राज्य में कवि सुकांत की जयंती को भव्य रूप में मनाना संभव नहीं था। फिर भी, कवि सुकांत को संक्षिप्त रूप में याद किया जा रहा है। क्योंकि वह बंगाली साहित्य में एक प्रसिद्ध कवि थे। 21 वर्ष की आयु में वह बंगाली पर एक प्रसिद्ध कवि बन गए। और वह कम उम्र से ही छात्र आंदोलन में शामिल हो गए। वह ईमानदार और समर्पित थे। उन्होंने हमेशा सामाजिक जिम्मेदारी निभाई। मानवता के लिए उनका योगदान अपार था। उनकी प्रत्येक कविता में चेतना पाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा अन्याय का विरोध किया है उन्होंने यह भी कहा कि लोगों में ईमानदारी हो तो सफलता के शिखर तक पहुंचना संभव है। और अगर छात्र उस दिशा में आगे बढ़ते हैं, तो समाज वंचित, अन्याय, शोषण से मुक्त हो जाएगा। एक श्रेष्ठ त्रिपुरा और एक श्रेष्ठ भारत बनेगा। इस अवसर पर स्कूल के हेडमास्टर नंदन सरकार, स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष और अन्य लोग भी उपस्थित थे।