स्टाफ रिपोर्टर, बिशालगढ़, 22 अगस्त।। बिशालगढ़ के कार्यालय टीला में सीपीआईएम नेता हीरामनॉय घोष के घर पर तीन पेट्रोल बम फेंकने की घटना ने खलबली मचा दी है। पेट्रोल बम फेंकने से घर में आग लग गई। शोर मचाने पर पड़ोसी भी दौड़े आए। घर के मालिक, सीपीआईएम नेता हिरामन घोष ने शोर सुना और घटनास्थल से भाग गए। दमकलकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। खबर पाकर बिशालगढ़ पुलिस भी मौके पर पहुंची।
यह पता चला है कि पेट्रोल बम फेंकने के परिणामस्वरूप कई वस्तुओं को नष्ट कर दिया गया था। पेट्रोल बम विस्फोट के बाद इलाके में दहशत फैल गई। बिशालगढ़ पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया है और घटना की जांच शुरू कर दी है लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। कई लोगों को डर है कि इस घटना के पीछे सत्ताधारी पार्टी का हाथ हो सकता है।बिशालगढ़ में माकपा नेता हीरामनॉय घोष के घर पर बमबारी को लेकर माकपा ने गहरी चिंता व्यक्त की है।
यह आरोप लगाया गया है कि विपक्ष के राजनीतिक अधिकारों पर पर्दा डालने के लिए इस तरह की हिंसक गतिविधियां की जा रही हैं। पार्टी ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि माकपा नेता को कार्यकर्ताओं पर हमले के आयोजन और विपक्ष को दबाने से चुप नहीं कराया जा सकता है।यह स्पष्ट रूप से संकेत दिया गया है कि अगर इस तरह की गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं तो विपक्ष शांत नहीं बैठेगा। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने का खतरा है।
विशेष रूप से त्रिपुरा स्व-शासित जिला परिषद चुनावों के लिए, राज्य के विभिन्न हिस्सों में सत्ताधारी दल और विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच मतभेद बढ़ गए हैं। जिला परिषद चुनावों से पहले राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर विभिन्न तिमाहियां चिंतित हैं। उल्लेखनीय है कि तीन दिन पहले, उपद्रवियों ने मोहनपुर के चेचुरिया इलाके में अपनी दुकान से सीपीआईएम के एक नेता को लेने की कोशिश की थी। यही नहीं, नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों के घरों पर भी हमले हुए हैं। कई नेता और कार्यकर्ता घायल हो गए। इन घटनाओं के कारण राजनीतिक स्थिति गर्म होने लगी है।