पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने हिन्दू मंदिर ढहाए जाने पर लिया स्वत: संज्ञान

ऑनलाइन डेस्क, 1 जनुअरी।। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ता ही जा रहा है। वहीं हिन्दू मंदिरों में तोड़फोड़ की जा रही है। अब बुधवार एक बार फिर से कट्टरपंथियों ने हिन्दू मंदिर को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ की। अब इस मामले में गुरुवार की शाम को पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश गुलजार अहमद ने स्वतः संज्ञान लिया है।

बुधवार को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में करक जिले के टेरी गांव में स्थानीय मौलवीयों की अगुवाई में भीड़ ने हिन्दू मंदिर को ढहा दिया था। अब इस मामले में चीफ जस्टिस ने स्वतः संज्ञान लिया है और इसकी सुनवाई 5 जनवरी को होगी। चीफ जस्टिस अहमद ने अल्पसंख्यक अधिकार आयोग के चेयरमैन, पुलिस चीफ और प्रांत के चीफ सेक्रटरी को 4 जनवरी तक रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है।

मालूम हो कि श्री परमहंस जी महाराज जी की इस समाधि को हिंदू श्रद्धालुओं के बीच काफी पावन माना जाता है और यहां बड़ी संख्या में लोग दर्शन को पहुंचते हैं। इससे पहले 1997 में भी यहां पर हमला किया जा चुका है।

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