ऑनलाइन डेस्क, 30 मई।। डिलीवरी के तुरंत बाद शारीरिक संबंध बनाने से महिला को कुछ जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है। डॉक्टर कहते हैं कि डिलीवरी के कुछ ही दिनों या हफ्तों के बाद संभोग करने से महिला में संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, योनि से रक्तस्राव या स्पॉटिंग, टांके खुलना व योनी में दर्द आदि की आशंका हो सकती ह।
डिलीवरी के बाद हो सकता है कि आप अपनी शारीरिक और मानसिक स्थितियों में बदलाव महसूस कर रही होंगी। नन्हे शिशु की देखभाल के कारण खुद के लिए और अपने साथी के लिए समय निकालना मुश्किल हो रहा होगा।
साथ ही यौन संबंध को लेकर आपकी रुचि कम हो सकती है या फिर इसके लिए चाह कर भी समय नहीं मिल पा रहा होगा। इतना ही नहीं आपके मन में कई सवाल भी घूमते होंगे कि ऐसा करना सुरक्षित है या नहीं, कहीं मैं फिर से गर्भवती तो नहीं हो जाउंगी, अब अनुभव कैसा होगा आदि।
प्रसव के बाद संभोग करना महिला की सेहत और सुविधा पर निर्भर करता है। लगभग 90 प्रतिशत महिलाएं प्रसव के तीन से चार महीने बाद यौन संबंंध के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार हो जाती हैं ।
वहीं डॉक्टर दर्द व रक्तस्राव बंद होने और टांके पूरी तरह घुल न जाने तक शारीरिक संबंध न बनाने की सलाह देते हैं। ध्यान रहे कि नॉर्मल डिलीवरी के मुकाबले सिजेरियन डिलीवरी में शारीरिक रूप से पूरी तरह ठीक होने में महिलाओं से थोड़ा अधिक समय लगता है। हालांकि आपको डिलीवरी के बाद होने वाले रक्तस्त्राव के समाप्त होने तक इंतजार करना चाहिए। शिशु के जन्म के करीब तीन सप्ताह बाद तक यह रक्तस्त्राव बंद हो जाता है।