youtube_live
स्टॉफ रिपोर्टर, अगरतला, 10 जुलाई।। गुरुवार की रात बोधजंगनगर पुलिस थाने के तहत बनिक्या चौमुहानी में एक गृहिणी की निर्मम हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान 34 वर्षीय शिउली मजुमदार रॉय उर्फ मामून मजुमदार के रूप में हुई। पति का नाम अमित रॉय है। बानिकिया चौमुहानी में बिल्टी शराब की दुकान के बगल में ए
महिला की फास्ट फूड की दुकान थी। इस दुकान में गुरुवार रात करीब 10 बजे महिला की बेरहमी से हत्या कर दी गई। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि उसे एक से अधिक बार काट दिया गया था। मृतक के गर्दन और शरीर पर कई चोटों के निशान थे। अपेक्षाकृत घनी आबादी वाला क्षेत्र होने के बावजूद, मदद के लिए महिला की चीखें सुनने के लिए आस-पास के घर थे, लेकिन कोई भी मदद के लिए बाहर नहीं आया। घटना की खबर मिलते ही बोधजंगनगर थाने की पुलिस के साथ एनसीसी के सब-डिवीजनल पुलिस अधिकारी मौके पर गए और जांच शुरू की। प्राथमिक जांच के बाद, पुलिस ने रात करीब एक बजे शव बरामद किया और उसे मुर्दाघर भेज दिया। प्रारंभिक जांच के बाद, पुलिस ने दावा किया कि मृतक शिउली मजुमदार और उसके पति अमित रॉय के बीच विवाद था। पिछले एक वर्ष से, पति और पत्नी एक ही क्षेत्र में रहते थे लेकिन अलग-अलग मकान किराए पर लेते थे। शिउली मजूमदार अपनी माँ के साथ अपने 5 साल के बेटे के साथ बानिक्या चौमुनी में रहते थे। उनके पति अमित रॉय एक किलोमीटर तक अकेले रहते थे। पुलिस का दावा है कि यह उसका पति अमित रॉय था जिसने शिउली मजुमदार की हत्या की थी। पुलिस का प्रारंभिक दावा पारिवारिक विवाद और संदेह के कारण हत्या है। आरोपी पति अमित राय घटना के बाद से फरार है। शुक्रवार दोपहर तक पुलिस ने उसे नहीं पकड़ा। घटना से इलाके में दहशत और अशांति फैल गई है। पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। इस बात की व्यापक चर्चा है कि शाम को गृहिणी की हत्या के बाद भी महिला की चीखें सुनकर किसी ने घर छोड़ने की हिम्मत क्यों नहीं की। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि क्षेत्र में हाल ही में अपराध के कारण दहशत की स्थिति में था, जो महिला की मदद करने के लिए घर से बाहर नहीं निकला था। जानकारों की माने तो महिला का आरोप है कि यह घटना कानून और व्यवस्था की चरम स्थिति की पहचान है।